Details, Fiction and sidh kunjika



देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्

धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा।।

न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम्।

ऐङ्कारी सृष्टिरूपायै ह्रीङ्कारी प्रतिपालिका ।

श्री महा लक्ष्मी अष्टोत्तर शत नामावलि

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करने से विपदाएं स्वत: ही दूर हो जाती हैं और समस्त कष्ट से मुक्ति मिलती है। यह सिद्ध स्त्रोत है और इसे करने से दुर्गासप्तशती पढ़ने के समान more info पुण्य मिलता है।

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

ऐंकारी सृष्टिरूपायै ह्रींकारी प्रतिपालिका ।

श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि

देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्

'सुक्खू सरकार से लिखित आश्वासन मिलने तक धरना जारी', वोकेशनल टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन की दो टूक

हुं हु हुंकाररूपिण्यै जं जं जं जम्भनादिनी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *